नई दिल्ली-आगरा रेल खंड में सोमवार शाम चोरों द्वारा सिग्नल केबिल चोरी किए जाने के कारण ट्रेनों का संचालन ठप हो गया। आगरा में रुनकता के पास चोर छह मीटर सिग्नल केबिल काटकर ले गए, जिससे सात प्वाइंट एक के बाद एक फेल हो गए। इस घटना के कारण रानी कमलापति वंदे भारत एक्सप्रेस सहित लगभग 18 ट्रेनें प्रभावित हुईं और कुछ ट्रेनों को 1 घंटे 10 मिनट तक रोकना पड़ा।
चार बजे फेल हुआ सिग्नल, यात्री हुए परेशान
घटना सोमवार शाम करीब 4 बजे की है, जब किमी नंबर 1398/21-23 के पास अचानक सिग्नल फेल हो गया। इस दौरान नई दिल्ली से रानी कमलापति, भोपाल जा रही वंदे भारत एक्सप्रेस को रोक दिया गया। लोको पायलट को उम्मीद थी कि जल्द ही सिग्नल मिलेगा, लेकिन काफी देर तक ट्रेन खड़ी रही।
रेलवे अधिकारियों को जैसे ही मथुरा कंट्रोल रूम से सूचना मिली, डीआरएम कार्यालय स्थित कंट्रोल रूम को अलर्ट किया गया। जांच में पाया गया कि प्वाइंट 310, 311, 313, 314, 315, 317 और 318 भी फेल हो गए हैं, जिससे रेल संचालन पूरी तरह से बाधित हो गया।
रेलवे टीम ने की जांच, केबिल चोरी का हुआ खुलासा
रेलवे अधिकारियों की टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। पाया गया कि अप और डाउन लाइन की छह-छह मीटर केबिल चोरी हो चुकी थी। तुरंत नई केबिल मंगवाई गई और मरम्मत कार्य शुरू किया गया। यह कार्य शाम 5:30 बजे तक चला, जिसके बाद ट्रेनों का संचालन बहाल किया गया।
कई प्रमुख ट्रेनें हुईं प्रभावित
इस घटना से कई ट्रेनें प्रभावित हुईं, जिनमें प्रमुख रूप से शामिल हैं:
- अप लाइन:
- रानी कमलापति वंदे भारत एक्सप्रेस: 1 घंटा 10 मिनट
- चंडीगढ़-मदुरै एक्सप्रेस: 50 मिनट
- महाकौशल एक्सप्रेस: 50 मिनट
- दुरंतो एक्सप्रेस: 20 मिनट
- उत्कल एक्सप्रेस: 40 मिनट
- तेलंगाना एक्सप्रेस: 40 मिनट
- डाउन लाइन:
- जन्मभूमि एक्सप्रेस: 1 घंटा
- संपर्क क्रांति एक्सप्रेस: 1 घंटा 10 मिनट
इसके अलावा, कुछ अन्य ट्रेनें 10 से 25 मिनट तक देरी से चलीं।
आरपीएफ ने शुरू की जांच
यात्रियों ने घटना की शिकायत रेलवे अधिकारियों से की, जिसके बाद रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने चोरों की तलाश शुरू कर दी है। रेलवे जनसंपर्क अधिकारी डीसी चौहान ने कहा कि केबिल चोरी की वजह से ट्रेनों का संचालन प्रभावित हुआ, लेकिन स्थिति जल्द ही नियंत्रित कर ली गई।
रेलवे प्रशासन ने यात्रियों एवं रेलवे लाइन के आसपास के निवासियों से अपील की है कि यदि उन्हें संदिग्ध गतिविधियों की कोई जानकारी मिले तो तुरंत रेलवे हेल्पलाइन पर सूचित करें।